सौरभ सिंह सोमवंशी
प्रतापगढ़ : सूबे की योगी सरकार के उपमुख्यमंत्री व लोक निर्माण मंत्री केशव मौर्य के विभाग में भ्रष्टाचार किस कदर पांव पसारा हुआ है इसकी एक बानगी प्रतापगढ़ मे देखने को मिली है, जहां माँ चंण्डिका धाम से सरुवावाँ तक जाने वाली सड़क की मरम्मत में व्यापक तौर पर भ्रष्टाचार किया गया है। इसकी तस्वीर आपके सामने है, जिसमें आप देख सकते हैं कि इस सड़क की मरम्मत को पूरा हुए अभी एक हफ्ते भी नहीं हुए लेकिन इसकी गिट्टी और डामर अभी से ही उखडने लगे हैँ।
अब बरसात में इस सड़क का क्या हाल होगा इसका अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं। इस सड़क का निर्माण करीब 15 वर्ष पहले विश्व बैंक द्वारा शक्ति कंट्रक्शन के माध्यम से करवाया गया था, लेकिन यह सड़क 6 साल में ही उखड़ कर खराब हो गई। अब जब इसकी मरम्मत हो रही है तो इसका यह हाल है। सड़क बनने के साथ ही खराब होनी शुरू हो गई है। गिट्टियां उखड़ने लगी है, ऐसा लग रहा है कि डामर की जगह किसी और चीज का इस्तेमाल किया गया है।
ऐसा लगता है कि प्रतापगढ़ लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी पूरे भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। आरोप है कि उनको मोटा कमीशन समय से पहुंच जाता है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व लोक निर्माण विभाग मंत्री केशव प्रसाद मौर्य जहां मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद एक साल बाद भी प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त नहीं कर पाए हैं, वहीं प्रदेश की सड़कों के निर्माण और मरम्मत में इस तरह का खेल करना सरकार पर और सरकार की विश्वसनीयता पर बड़े प्रश्न खड़ा करता है।
इस सड़क के राहगीरों ने बताया कि यही सड़क नहीं पूरे प्रतापगढ़ में बन रही सड़कों और उनकी मरम्मत का यही हाल है। यह सड़क हर वर्ष मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग के रजिस्टर में दर्ज होती है। हर वर्ष इसकी मरम्मत होती है, लेकिन वास्तविकता में यह सड़क लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के लिए कमाई का एक बड़ा साधन होती हैं। यह सड़क लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली दिखा रही है, जहां केशव मौर्या के नेतृत्व में भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है।