: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनाया कड़ा रुख : लंबे अर्से बाद कोई सरकार ने लिया इतना सख्त निर्णय : लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बीते दो दशक में शायद पहली बार हो रहा है कि भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किये गये आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ सरकार ने विजिलेंस जांच कराने का निर्णय लिया हो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के मामलों में और अधिक कड़ा रूख अपनाते हुये प्रयागराज एवं महोबा के निलंबित पुलिस अधीक्षकों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिये हैं।
योगी के निर्देश के बाद शासन ने प्रयागराज के निलंबित एसएसपी अभिषेक दीक्षित तथा महोबा के निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार की संपत्तियों की जांच विजिलेंस के माध्यम से कराये जाने का निर्णय लिया है। ये दो आईपीएस अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किये गये हैं। निलंबन के दौरान इन्हें डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध किया गया है।
गृह विभाग के प्रवक्ता ने उक्त जानकारी देते हुये बताया कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये हैं कि निलम्बित अधिकारियों द्वारा की गयी अनियमितताओं में संलिप्त पुलिस कर्मियों की पृथक से जांच कर उन्हें शीघ्र दण्डित कराया जाय। शासन द्वारा इस सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक को अपेक्षित कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं।