: प्रदेश भर पैदल मार्च लगातार जारी : सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं कर रही सरकार : लखनऊ। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के चंद दिन पूर्व गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है। सभी को सुरक्षा के मोर्चे पर किसी भी परिस्थिति से निपटने को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। खासकर उत्तर प्रदेश में सुरक्षा को लेकर राज्य से लगायत केंद्र सरकार भी लगातार समीक्षा कर रही है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह राज्य में किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिये पुलिस को चौकस रहने का निर्देश दिया है।
योगी सरकार और पुलिस फैसला से पहले सुरक्षा को लेकर इतना सजग है कि उत्तर प्रदेश में ट्रेनिंग कर रहे दरोगाओं की ड्यूटी भी प्रदेश के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगाई गई है। संवदेनशील इलाकों में यूपी पुलिस लगातार पैदल गश्त कर रही है। पुलिस सोशल मीडिया पर भी लगातार नजर बनाये हुए हैं। यूपी पुलिस के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारियों में शुमार एडीजी अभिसूचना आशुतोष पाण्डेय को अयोध्या के सुरक्षा की कमान सौंपी गई है।
राममंदिर पर फैसला आने के बाद किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए राज्य के मुख्यसचिव और पुलिस महानिदेशक दिन-रात एक कर सुरक्षा-व्यवस्था की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने यूपी के मुख्य सचिव तथा डीजीपी को तलब कर सुरक्षा व्यस्था के उपायों की विस्तार से जानकारी ली। पल-पल की सुरक्षा तैयारी पर मुख्यमंत्री स्वयं नजर बनाये हुए हैं। सीएम ने मंडलों एवं जिलों के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेसिंग कर सुरक्षा के बेहतर उपाय करने के निर्देश दिये।
पुलिस ने बताया कि लगभग दो हजार संदिग्ध अकाउंट्स बंद किये गये हैं और 1,659 लोगों के अकाउंट्स पर पैनी नजर है। आशंका है कि इन अकाउंट्स से सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली पोस्ट की जा सकती हैं। सौहार्द बिगाड़ने वाले लोगों को संबंधित कानून के तहत गिरफ्तार भी किया जायेगा। आवश्यकता महसूस हुई तो इंटरनेट सेवाएं भी सस्पेंड की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि शांतिभंग की आशंका में प्रदेश में 10 हजार लोगों को सीआरपीसी के तहत पाबंद किया गया है। अब तक 450 लोग जेल भेजे गए हैं।
अयोध्या को अभेद्य बनाते हुए सरयू नदी में ड्रोन कैमरे के साथ जल पुलिस मुस्तैद कर दी गयी है। परिक्रमा समाप्त होते ही अयोध्या के नागरिकों की गणना की जाएगी। धर्म नगरी के भीतर बिना जांच-पड़ताल के बाहरियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। फिलहाल इस समय रामनगरी में चप्पे-चप्पे पर आरएएफ व अन्य पैरामिलिट्री फोर्स मुस्तैद है। तमाम जिलों में पैदल गश्त लगातार कराया जा रहा है।