राजीव गुप्ता
: प्रथम श्रेणी से पास हुए यूपी के मुख्यमंत्री : प्रचार की गई 74 सीटों में 49 पर भाजपा की जीत तय : लखनऊ : पांच राज्यों के परिणाम लगभग तय माने जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनना लगभग तय है, लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच लगभग कांटे की टक्कर चल रही है। ओवरआल कांग्रेस तीनों राज्यों में आगे दिख रही है, लेकिन जैसी उम्मीद थी वैसा रिजल्ट कांग्रेस के पक्ष में भी नहीं आ पाया है। भाजपा के लिये राहत की बात यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिन विधानसभा सीटों पर प्रचार करने गए थे, उनमें से ज्यादातर सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। इन सीटों पर भाजपा जीतती नजर आ रही है।
भाजपा में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जलवा बढ़ा है। योगी आदित्यनाथ ने चार राज्यों में 70 सभायें करते हुए 74 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था। इन में से 49 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। गणित देखें तो योगी आदित्यनाथ के प्रचार किये गए सीटों में 66 फीसदी सीटों पर भाजपा जीत हासिल करती नजर आ रही है। इस लिहाज से देखें तो योगी प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं। इन सीटों पर बेहतर प्रदर्शन को योगी के प्रचार के असर के तौर पर देखा जा रहा है।
भाजपा की सबसे बुरी स्थिति राजस्थान में थी, जहां योगी आदित्यनाथ की सर्वाधिक 26 सभाएं लगाई गई थीं। यहां मतदाताओं के बीच यह नारा चल रहा था कि ‘मोदी से बैर नहीं, वसुंधरा की खैर नहीं’। इस स्थिति में यहां से भाजपा का बुरा हश्र होना तय माना जा रहा था, लेकिन राजस्थान में भाजपा ने योगी की धुंआधार सभाएं कराकर माहौल को काफी हद तक संभाल लिया। यूपी के मुख्यमंत्री के प्रचार का असर रहा कि भाजपा की राजस्था में बुरी गत होने से बच गई। मध्य प्रदेश में भी योगी ने 17 सभाएं तथा छत्तीसगढ़ में 19 सभाएं की थीं, जिनमें से अधिकांश पर भाजपा प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।
इससे पहले भी कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को योगी आदित्यनाथ के प्रचार का फायदा मिल चुका है। त्रिपुरा में भी योगी मांग सर्वाधिक रही, उनके प्रचार से पार्टी को फायदा मिला। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में भी मोदी के बाद योगी आदित्यनाथ के सभाओं और रोड शो की मांग सर्वाधिक रही। कर्नाटक में जिन क्षेत्रों में योगी की रैली या फिर रोड शो कराए गए, वहां भाजपा के ज्यादातर प्रत्याशियों ने जीत हासिल की तथा भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। नाथपंथ बहुल वाली ज्यादातर विधानसभा सीटें भाजपा की झोली में आईं।
इस संदर्भ में पूछे जाने पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डा. चंद्रमोहन ने कहा कि जनता ने इन राज्यों में कांग्रेस को आईना दिखाने का काम किया है। तेलंगाना और मिजोरम में कांग्रेस की गत जनता ने तय कर सच्चाई बता दी है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में सत्ता विरोधी रूझान था, कांग्रेस बड़े जीत का दावा कर रही थी, लेकिन इसके बावजूद भाजपा का प्रदर्शन बेहतर है। सत्ता विरोधी रूझान के चलते यह रिजल्ट आया है, लेकिन भाजपा के समर्थकों में कोई कमी नहीं हुई है।
वरिष्ठ पत्रकार राजीव गुप्ता की रिपोर्ट.